उन्हीं के प्रेम के धुन के शिवम् सपने सजाए थे। उन्हीं के प्रेम के धुन के शिवम् सपने सजाए थे।
कभी चुन लेते हम शब्द बेमेल कभी रह जाते हम निःशब्द। कभी चुन लेते हम शब्द बेमेल कभी रह जाते हम निःशब्द।
दोनों का मन बेचैन रहा, पर प्रेम सदा पावन ही रहा। दोनों का मन बेचैन रहा, पर प्रेम सदा पावन ही रहा।
इतनी शक्ति और देना छल, दम्भ, झूठ से दूर रखना ईर्ष्या, द्वेष न कभी छू पाए मेरा मन इतना निर्मल हो... इतनी शक्ति और देना छल, दम्भ, झूठ से दूर रखना ईर्ष्या, द्वेष न कभी छू पाए मे...
फुदक-फुदक नन्ही चिड़िया, मन पावन कर जाए फुदक-फुदक नन्ही चिड़िया, मन पावन कर जाए
कोई पूरण है....संपूर्ण है, कोई प्रेरक है......उत्प्रेरक है, कोई पूरण है....संपूर्ण है, कोई प्रेरक है......उत्प्रेरक है,